सपनों को दिल से लगा रही हूँ,
तेरे बेपनाह मुहब्बत में, फ़ना हो रही हूँ !
जानती हूँ समंदर से भी गहरा हे,
फिर भी सुकून से इसमें डुब जा रही हूँ !!
@किर्ती कुलकर्णी
तेरे बेपनाह मुहब्बत में, फ़ना हो रही हूँ !
जानती हूँ समंदर से भी गहरा हे,
फिर भी सुकून से इसमें डुब जा रही हूँ !!
@किर्ती कुलकर्णी
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